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नज़्म | शाही शायरी
nazm

नज़्म

नज़्म

ज़ीशान साहिल

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शाइरों से डरो
ख़्वाबों का हैंड ग्रेनेड है उन के पास

अगर ज़ियादा कुछ कहा तो
दीवार पे दे मारेंगे

अगर छीनने की कोशिश की तो पानी में डाल देंगे
जो भी है उन के पास

तुम्हें नहीं लेने देंगे
अगर बहुत सारे जम्अ' हो के आओगे

तो भी
आसमान है उन के पास

बादलों का लश्कर ला के तुम्हें डुबो देंगे
ज़मीन है उन के पास तुम्हें

कहीं जाने न देंगे
कश्ती है उन के पास

तुम्हें बिठा के ले जाएँगे और किसी
जज़ीरे पर छोड़ देंगे

चिड़ियों के साथ रहोगे तो सब कुछ भूल जाओगे
शाइरों की शक्ल भी और अपनी भी

जब वो तुम्हें वापस लेने आएँगे
शायद तुम चिड़ियों को आगे कर दोगे