ज़िंदगी खो नहीं गई लेकिन
ऐसा लगता है दिल के पास बहुत
एक बे-नाम सी उदासी है
एक बे-वज्ह सा अंधेरा है
आग जलती नज़र नहीं आती
रात ढलती नज़र नहीं आती
रह गुज़र है मगर तिरी ख़्वाहिश
राह चलती नज़र नहीं आती

नज़्म
नज़्म
ज़ीशान साहिल
नज़्म
ज़ीशान साहिल
ज़िंदगी खो नहीं गई लेकिन
ऐसा लगता है दिल के पास बहुत
एक बे-नाम सी उदासी है
एक बे-वज्ह सा अंधेरा है
आग जलती नज़र नहीं आती
रात ढलती नज़र नहीं आती
रह गुज़र है मगर तिरी ख़्वाहिश
राह चलती नज़र नहीं आती