मैं तन के कूज़े में
बे-फ़ैज़ बे-सबब सा हूँ
किसी दवा के हूँ क़ाबिल न तिश्नगी के लिए
तिरे शराब से होंटों ने कर दिया मैला
मैं पाक पानी था शायद किसी वुज़ू के लिए
नज़्म
नदामत
मैराज नक़वी
नज़्म
मैराज नक़वी
मैं तन के कूज़े में
बे-फ़ैज़ बे-सबब सा हूँ
किसी दवा के हूँ क़ाबिल न तिश्नगी के लिए
तिरे शराब से होंटों ने कर दिया मैला
मैं पाक पानी था शायद किसी वुज़ू के लिए