Search...
jinhen main DhunDhta tha aasmanon mein zaminon mein wo nikle mere zulmat-KHana-e-dil ke makinon mein
नज़्म
मोहम्मद अल्वी
मेरी तन्हाई दीवार बन के खड़ी है! तो क्या मैं उसे चाट जाऊँ मगर उस तरफ़ भी अगर मैं हुआ तो!