उस की हर बात
हर इशारे
हर किनाए को मैं आसानी से
समझ लेता था
लेकिन पता नहीं क्यूँ उस ने
मेरे लिखे हुए पुराने ख़ुतूत में
सोए हुए बे-क़ुसूर लफ़्ज़ों को
अपनी लाल रंग की लिपस्टिक से
हरा करने की कोशिश की है
क्यूँ
नज़्म
लिपस्टिक
मुनव्वर राना
नज़्म
मुनव्वर राना
उस की हर बात
हर इशारे
हर किनाए को मैं आसानी से
समझ लेता था
लेकिन पता नहीं क्यूँ उस ने
मेरे लिखे हुए पुराने ख़ुतूत में
सोए हुए बे-क़ुसूर लफ़्ज़ों को
अपनी लाल रंग की लिपस्टिक से
हरा करने की कोशिश की है
क्यूँ