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लम्हात-ए-आज़ादी | शाही शायरी
lamhat-e-azadi

नज़्म

लम्हात-ए-आज़ादी

अल्ताफ़ मशहदी

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घटाओं के सायों की मस्ती से बढ़ कर
फ़रिश्तों की पाकीज़ा हस्ती से बढ़ कर

हसीं बरबतों के तरन्नुम से प्यारे
लब-ए-दिल-नशीं के तबस्सुम से प्यारे

वतन के हसीनों के नामों से मीठे
निगाहों के पुर-कैफ़ जामों से मीठे

मोहब्बत के आवारा रागों से प्यारे
सुलैमा की ज़ुल्फ़ों के नागों से प्यारे

सितारों के पुर-नूर बिस्तर से दिलकश
मह-ओ-मेहर के सीम-गूँ घर से दिलकश

बहारों की उठती जवानी से शीरीं
मिरी आशिक़ी की कहानी से शीरीं

वो लम्हात गुज़रें जो आज़ादियों में
वो औक़ात गुज़रें जो आज़ादियों में