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लड़की के आँसू | शाही शायरी
laDki ke aansu

नज़्म

लड़की के आँसू

मुस्तफ़ा अरबाब

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सब से ज़ियादा आँसू होते हैं
एक लड़की के पास

उस के अंदर
एक बर्फ़ानी सिलसिला है

मर्द
एक गर्म हवा है

उस के चलते ही
बर्फ़ पिघलने लगती है

लड़की
अपने आँसू

कभी दूसरों में नहीं बाँटती
उस के आँसू

तहलील हो कर
फिर से बर्फ़ानी सत्ह पे आ जाते हैं

मुस्कुराती हुई लड़की भी
आँसुओं से भरी हुई होती है

उस के आँसुओं तक
अभी गर्म हवा नहीं पहुँची