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खोटे सिक्के | शाही शायरी
khoTe sikke

नज़्म

खोटे सिक्के

मोहम्मद अाज़म

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कहते हैं
खोटे सिक्के बाज़ार में हमेशा नहीं चलते

हम देखते हैं
खोटे सिक्के

हमेशा बाज़ार में चलते रहते हैं
खोटे सिक्कों के लिए

हमेश्गी की तारीफ़
शायद मुख़्तलिफ़ है