खिड़की बंद करो
दरवाज़ा मत खोलो
बोलना है तो आँखों ही आँखों में बोलो
शोर गली तक आ पहुँचा है
जल मरने से पहले
आओ गले मिल कर रो लो
नज़्म
जल मरने से पहले
मोहम्मद अल्वी
नज़्म
मोहम्मद अल्वी
खिड़की बंद करो
दरवाज़ा मत खोलो
बोलना है तो आँखों ही आँखों में बोलो
शोर गली तक आ पहुँचा है
जल मरने से पहले
आओ गले मिल कर रो लो