सुनो दर्ज़ी
टाँक दोगे
जिस्म के उस हिस्से को
जिस पे
मौसम का
सब से गहरा उत्तर होता है
समुंदर
इन दिनों
बेहद यहाँ ये है
समुंदर के यार
कौन है
नज़्म
फ़रियाद
शहाब अख़्तर
नज़्म
शहाब अख़्तर
सुनो दर्ज़ी
टाँक दोगे
जिस्म के उस हिस्से को
जिस पे
मौसम का
सब से गहरा उत्तर होता है
समुंदर
इन दिनों
बेहद यहाँ ये है
समुंदर के यार
कौन है