तुम्हारी दावत क़ुबूल मुझ को मगर तुम इतना ख़याल रखना
बीयर किसी भी ब्रांड की हो चिकन-फ़्राइड हलाल रखना
भरी हुई रेल में चढ़ो तो तुम अपनी हुर्मत सँभाल रखना
नए ज़मानों का है तक़ाज़ा पराए होंटों पे गाल रखना
इधर है पत्थर उधर है लाठी ज़रा ये टोपी सँभाल रखना
मैं अपने सर का ख़याल रख्खूँ तुम अपने सर का ख़याल रखना
पचास को वो क्रॉस कर के कुछ और ख़ूँ-ख़्वार हो गई है
अगर उसे आंटी कहो तो निगाह में हस्पताल रखना
नज़्म
चिकन-फ़्राइड हलाल रखना
खालिद इरफ़ान