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बन-मानुस | शाही शायरी
ban-manus

नज़्म

बन-मानुस

क़मर जमील

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बन-मानुस के काले बदन पर
हीरे चमकते हैं

बन-मानुस की उजली हँसी से
बच्चे डरते हैं

बन-मानुस मुझ पर छिलके फेंकता रहता है
बरखा आती है और दाने बोती है

जब बरखा आती है और दाने बोती है
मैं अपने ध्यान के जंगल में

छुप जाता हूँ
बन-मानुस के काले बदन पर हीरे चमकते हैं

बन-मानुस की उजली हँसी से बच्चे डरते हैं