हक़
सदाक़त
और हुस्न
ये सब चटानों पे चिपके हुए
मिट्टी के अंदर दबे हुए
फॉसिल्स हैं
आओ हम इन्हें खुरच कर खोद कर
तजरबा-गाहों में ले चले
और हो सके तो डी-एन-ए से
इन की अज़-सर-ए-नौ तश्कील करें
नज़्म
अज़-सर-ए-नौ तश्कील
मलिक एहसान
नज़्म
मलिक एहसान
हक़
सदाक़त
और हुस्न
ये सब चटानों पे चिपके हुए
मिट्टी के अंदर दबे हुए
फॉसिल्स हैं
आओ हम इन्हें खुरच कर खोद कर
तजरबा-गाहों में ले चले
और हो सके तो डी-एन-ए से
इन की अज़-सर-ए-नौ तश्कील करें