एक बार
तर्क-ए-मरासिम के बावजूद
उस ने मेरी अयादत की थी
ख़ुदा गवाह है
उस रोज़ से आज तक
मैं अपनी सेहत का दुश्मन हूँ
नज़्म
अयादत
मैराज नक़वी
नज़्म
मैराज नक़वी
एक बार
तर्क-ए-मरासिम के बावजूद
उस ने मेरी अयादत की थी
ख़ुदा गवाह है
उस रोज़ से आज तक
मैं अपनी सेहत का दुश्मन हूँ