ये
एक अण्डा है
कितनी मुशाबहत है
इस में और हम में
इस के अंदर
एक से ज़ाइद रंग
छुपे हुए हैं
लेकिन सिर्फ़ एक रंग
इस को
मज़बूती से थामे हुए है
कहने को मज़बूत पर इतना नाज़ुक
कि किसी हम-ज़ात से भी टकरा कर
बिखर जाए
और अपना वजूद खो बैठे
नज़्म
अण्डा
शीरीं अहमद