ये लहरों की मानिंद चढ़ते उतरते
तिलिस्मात मौसम
हरे पानियों में उतर जाने वाले
गुलाबों में ढल जाने वाले
ये ख़्वाबों के दीपक जलाते जलाते
चुपके से
पल पल उतर जाने वाले
नज़्म
अन-देखी लहरें
तनवीर अंजुम
नज़्म
तनवीर अंजुम
ये लहरों की मानिंद चढ़ते उतरते
तिलिस्मात मौसम
हरे पानियों में उतर जाने वाले
गुलाबों में ढल जाने वाले
ये ख़्वाबों के दीपक जलाते जलाते
चुपके से
पल पल उतर जाने वाले