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आचानक मर जाने वाले लोग | शाही शायरी
aachanak mar jaane wale log

नज़्म

आचानक मर जाने वाले लोग

सय्यद काशिफ़ रज़ा

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मौत एक अहम काम है
इसे यकसू हो कर करना चाहिए

या सारे काम निमटा कर
किसी कारोबारी सौदे से पहले

इंतिख़ाबी मुहिम के दौरान
और नज़्म के वस्त में

मौत नहीं आनी चाहिए
मौत से पहले

इरादे पूरे कर लेने चाहिएँ
उन्हें दरिया में फेंक देना चाहिए

या उन्हें वसिय्यत में लिख देना चाहिए
ऐसा करने वाले

उदास हो कर मरते हैं
और उन की मौत

उतनी अफ़सोसनाक नहीं होती
जितनी उन की

जो मौत से पहले अपने काम नहीं निमटाते
और हैरान हो कर मर जाते हैं