EN اردو
लीडर | शाही शायरी
leader

नज़्म

लीडर

मुश्ताक़ अली शाहिद

;

हज़ारों हाथों को अपनी जानिब बुलंद पा कर
वो समझा सब उसे सलाम कर रहे हैं

और ख़िराज-अक़ीदत पेश कर रहे हैं
वो ख़ुश हुआ ओर आगे बढ़ गया

उन बे-शुमार आँखों में झाँके बग़ैर
जिन में घोर तिरस्कार भरा था