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1 | शाही शायरी
1

नज़्म

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दानियाल तरीर

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हर्फ़ों की तरतीब उलट कर
कान को नाक बना सकता हूँ

नाक को कान बना सकता हूँ
शेर को एक इशारे पर मैं

बंदर नाच नचा सकता हूँ
बंदर को जंगल का राज दिला सकता हूँ

सच को झूट बना सकता हूँ
झूट को सच बना सकता हूँ