ज़रा सी बात पर नाराज़ होना रंजिशें करना
मोहब्बत में उसे आता नहीं गुंजाइशें करना
मिरी बेटी ने मुझ को देख कर सीखा है बरसों में
पुराना आईना रख कर नई आराइशें करना
मिरी अलमारियों में क़ीमती सामान काफ़ी था
मगर अच्छा लगा उस से कई फ़रमाइशें करना
मुझे बच्चों की आँखों में वो सारे रंग मिलते हैं
जिन्हें छूने से आए ज़िंदगी की ख़्वाहिशें करना
'हुमैरा' ध्यान रखना डूबते सूरज की आहट का
सदा चढ़ती उतरती धूप की पैमाइशें करना
ग़ज़ल
ज़रा सी बात पर नाराज़ होना रंजिशें करना
हुमैरा रहमान