वो ख़याल-ए-मुहाल किस का था
आइना बे-मिसाल किस का था
सफ़री अपने आप से था मैं
हिज्र किस का विसाल किस का था
मैं तो ख़ुद में कहीं न था मौजूद
मेरे लब पर सवाल किस का था
थी मिरी ज़ात इक ख़याल-आशोब
जाने मैं हम-ख़याल किस का था
जब कि मैं हर-नफ़स था बे-अहवाल
वो जो था मेरा हाल किस का था
दोपहर बाद-ए-तुंद कूचा-ए-यार
वो ग़ुबार-ए-मलाल किस का था
ग़ज़ल
वो ख़याल-ए-मुहाल किस का था
जौन एलिया