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तुम को हम दिल में बसा लेंगे तुम आओ तो सही | शाही शायरी
tumko hum dil mein basa lenge tum aao to sahi

ग़ज़ल

तुम को हम दिल में बसा लेंगे तुम आओ तो सही

मुमताज़ मज़ी

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तुम को हम दिल में बसा लेंगे तुम आओ तो सही
सारी दुनिया से छुपा लेंगे तुम आओ तो सही

एक वादा करो अब हम से न बिछड़ोगे कभी
नाज़ हम सारे उठा लेंगे तुम आओ तो सही

बे-वफ़ा भी हो सितमगर भी जफ़ा-पेशा भी
हम ख़ुदा तुम को बना लेंगे तुम आओ तो सही

राह तारीक है और दूर है मंज़िल लेकिन
दर्द की शमएँ जला लेंगे तुम आओ तो सही