सारा क़िस्सा तमाम कर लीजे
आप पहले सलाम कर लीजे
नफ़रतों से भरी है ये दुनिया
दिल के अंदर क़याम कर लीजे
हम भी तो उस ख़ुदा के बंदे हैं
हम से भी राम-राम कर लीजे
इक तरीक़ा है जंग रुकने का
जंग ख़ुद पे हराम कर लीजे
मौलवी आसमाँ की कहता है
आप दुनिया के काम कर लीजे
ग़ज़ल
सारा क़िस्सा तमाम कर लीजे
नाज़िम नक़वी