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पहले मैं तेरी नज़र में आया | शाही शायरी
pahle main teri nazar mein aaya

ग़ज़ल

पहले मैं तेरी नज़र में आया

यूसुफ़ हसन

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पहले मैं तेरी नज़र में आया
फिर कहीं अपनी ख़बर में आया

मैं तिरे एक ही पल में ठहरा
तू मिरे शाम-ओ-सहर में आया

मुझ पे छाई रहीं पलकें तेरी
मैं कहाँ साया-ए-ज़र में आया

एक मैं ही तिरी धुन में निकला
एक तू ही मिरे घर में आया

हम जो इक साथ चले तो 'यूसुफ़'
आसमाँ गर्द-ए-सफ़र में आया