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नैन नशे की चढ़ती नुमू पर | शाही शायरी
nain nashe ki chaDhti numu par

ग़ज़ल

नैन नशे की चढ़ती नुमू पर

नासिर शहज़ाद

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नैन नशे की चढ़ती नुमू पर
बाक़ी बदन सब जाम-ओ-सुबू पर

चिड़ियाँ मोर ममूले वादी
हम तुम एक किनार-ए-जू पर

लिक्खी गई तारीख़ हमारी
कूफ़े तेरे काख़-ओ-कू पर

हम ने अपनी कविता गूंधी
मिट्टी की सोंधी ख़ुशबू पर

कर्बल हर्ब, हरावल हमला
कर्बल आख़िरी ज़र्ब अदू पर