मेरी जाँ वो बादा-ख़्वारी याद है
वक़्त-ए-मस्ती गिर्या-ज़ारी याद है
मोतिया का हार ओ चम्पा की छड़ी
जोड़ा-ए-दामन-किनारी याद है
सब अभूकन तेरे तन पर ख़ुशनुमा
ख़ूबी-ए-अंगिया ओ सारी याद है
अब्र का साया ओ सब्ज़ा राह का
जान-ए-मन रथ की सवारी याद है
कोयलां के नाले अमराई के बीच
उस समय की बे-क़रारी याद है
मेंह बी तो टपकता था बूँद बूँद
'फ़ाएज़' उस दिन की सवारी याद है
ग़ज़ल
मेरी जाँ वो बादा-ख़्वारी याद है
सदरुद्दीन मोहम्मद फ़ाएज़