मेरा बेटा तो है ग़ुरूर मिरा
शान मेरा है वो शुऊ'र मिरा
चाँद तारे भी तुझ से शरमाएँ
जगमगाता सा कोह-ए-नूर मिरा
एक मुद्दत के बाद चमका है
सादी आँखों में जैसे नूर मिरा
कोई लम्हा न उस से ख़ाली है
पास मेरे है कोई दूर मिरा
छुप के एहसास में वो रहता है
वो फ़रिश्ता कोई ज़रूर मिरा
ग़ज़ल
मेरा बेटा तो है ग़ुरूर मिरा
आराधना प्रसाद