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किस तरह जीते हैं ये लोग बता दो यारो | शाही शायरी
kis tarah jite hain ye log bata do yaro

ग़ज़ल

किस तरह जीते हैं ये लोग बता दो यारो

राजेन्द्र कृष्ण

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किस तरह जीते हैं ये लोग बता दो यारो
हम को भी जीने का अंदाज़ सिखा दो यारो

प्यार लेते हैं कहाँ से ये ज़माने वाले
उन गली-कूचों का रस्ता तो दिखा दो यारो

दर्द के नाम से वाक़िफ़ न जहाँ हो कोई
ऐसी महफ़िल में हमें भी बिठा दो यारो

साथ देना हो तो ख़ुद पीने की आदत डालो
वर्ना मय-ख़ाने के दर हम से छुड़ा दो यारो