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जो अच्छे हैं उन की कहानी भी अच्छी | शाही शायरी
jo achchhe hain unki kahani bhi achchhi

ग़ज़ल

जो अच्छे हैं उन की कहानी भी अच्छी

नूह नारवी

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जो अच्छे हैं उन की कहानी भी अच्छी
लड़कपन भी अच्छा जवानी भी अच्छी

तिरी मेहरबानी न अच्छी हो क्यूँ कर
कि है तेरी ना-मेहरबानी भी अच्छी

दर-ए-यार से हम को उठना है मुश्किल
जो ऐसी हो तो ना-तवानी भी अच्छी

तिरे तीर को अपना दिल क्यूँ न दें हम
निशाना भी अच्छा निशानी भी अच्छी

जो हो सिद्क़-ए-दिल से कोई सुनने वाला
तो वल्लाह झूटी कहानी भी अच्छी

कहीं इश्क़ में बद-गुमानी बुरी है
कहीं इश्क़ में बद-गुमानी भी अच्छी

मय-ए-नाब की क़द्र हम जानते हैं
नई तो नई ये पुरानी भी अच्छी

न हो दिल में लेकिन मिरे दिल के हक़ में
तुम्हारी मोहब्बत ज़बानी भी अच्छी

अगर 'नूह' की शेर-गोई है बेहतर
तो है 'नूह' की शेर-ख़्वानी भी अच्छी