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हुस्न की बेवफ़ाइयाँ तौबा | शाही शायरी
husn ki bewafaiyan tauba

ग़ज़ल

हुस्न की बेवफ़ाइयाँ तौबा

अज़ीज़ बदायूनी

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हुस्न की बेवफ़ाइयाँ तौबा
इश्क़ की सर-गिरानियाँ तौबा

मुज़्महिल क़ल्ब मुंतशिर ईमाँ
मुज़्तरिब नौजवानियाँ तौबा

है रऊनत का आईना शश्दर
उफ़ तिरी ख़ुद-नुमाईयाँ तौबा

एक बे-नाम सी ख़लिश शायद
और ख़िरद की गवाहियाँ तौबा

रास्ते हैं जुनूँ के मिलती हैं
ऊँची नीची सी खाइयाँ तौबा

लब-ए-कश्मीर पर मचलती हैं
कुछ सुलगती कहानियाँ तौबा

अजनबी रह-गुज़र में बिखरी हैं
ज़िंदगी की निशानियाँ तौबा

आँधियों में चराग़ रौशन हैं
अक़्ल की मेहरबानियाँ तौबा

वो महकते हुए ख़याल मिरे
वो तिरी बद-गुमानियाँ तौबा

आरज़ू का 'अज़ीज़' ताज-महल
ज़िंदगी की तबाहियाँ तौबा