हुस्न की बर्क़-बारियाँ तौबा
इश्क़ पर ताज़ा-कारियाँ तौबा
दिल लगाते ही होश खो बैठे
शौक़ की बे-क़रारियाँ तौबा
आख़िरश दिल को ख़ाक कर डाला
आह की शोला-बारियाँ तौबा
ग़ैर रब्त हम से बे-रब्ती
यार की ऐसी यारियाँ तौबा
चश्म-ए-तर अब तो ज़ब्त-ए-गिर्या कर
यूँ भी क्या अश्क-बारियाँ तौबा
हम रहें शौक़-ए-दीद में कब तक
दिल की उम्मीदवारियाँ तौबा
अर्सा-ए-हिज्र-ए-यार में 'इरफ़ाँ'
दर्द की ग़म-गुसारियाँ तौबा
ग़ज़ल
हुस्न की बर्क़-बारियाँ तौबा
मुहीउद्दीन इरफ़ान