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हसीं कितना ज़ियादा हो गया है | शाही शायरी
hasin kitna ziyaada ho gaya hai

ग़ज़ल

हसीं कितना ज़ियादा हो गया है

हसन अब्बासी

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हसीं कितना ज़ियादा हो गया है
वो जब से और सादा हो गया है

चलो हम भी मोहब्बत कर ही लेंगे
अगर उस का इरादा हो गया है

भुला दूँगा उसे अगले जनम तक
मिरा उस से ये वा'दा हो गया है

घड़ी-भर उस की आँखों में उतर कर
समुंदर भी कुशादा हो गया है

बिछड़ने का उसे भी दुख है शायद
कि अब तो वो भी आधा हो गया है