गुलशन गुलशन फूल
दामन दामन धूल
मरने पर ताज़ीर
जीने पर महसूल
हर जज़्बा मस्लूब
हर ख़्वाहिश मक़्तूल
इश्क़ परेशाँ-हाल
नाज़-ए-हुस्न मलूल
ना'रा-ए-हक़ मा'तूब
मक्र-ओ-रिया मक़्बूल
संवरा नहीं जहाँ
आए कई रसूल
ग़ज़ल
गुलशन गुलशन फूल
साहिर लुधियानवी
ग़ज़ल
साहिर लुधियानवी
गुलशन गुलशन फूल
दामन दामन धूल
मरने पर ताज़ीर
जीने पर महसूल
हर जज़्बा मस्लूब
हर ख़्वाहिश मक़्तूल
इश्क़ परेशाँ-हाल
नाज़-ए-हुस्न मलूल
ना'रा-ए-हक़ मा'तूब
मक्र-ओ-रिया मक़्बूल
संवरा नहीं जहाँ
आए कई रसूल