EN اردو
दिल मिटे प्यार की अपीलों पर | शाही शायरी
dil miTe pyar ki apealon par

ग़ज़ल

दिल मिटे प्यार की अपीलों पर

नासिर शहज़ाद

;

दिल मिटे प्यार की अपीलों पर
तोहमतें लग गईं क़बीलों पर

क़ाफ़िलों की कथा किताबों में
फ़ासलों की सदा फ़सीलों पर

भेज सखियों के हाथ मत सन्देस
यूँ भरोसा न कर वकीलों पर

सेब चहकार जंगली चिड़ियाँ
रात वादी में चाँद झीलों पर

और जी को पिया मिलन के जतन
और प्रीतम का गाँव मीलों पर

खेलना चुन के सीपियाँ सिक्के
भीगना बारिशों में टीलों पर

मन की रुस्वाइयाँ सबीलों से
तन की तन्हाइयाँ दलीलों पर

झूलें नदियाँ इन्हीं नवाहों में
फूलें सदियाँ इन्हीं फ़सीलों पर

दिल के सम्बंध दिल की गिरहों से
ऊन सीलों में गोट रीलों पर