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दिल मिरा पाएमाल करते हैं | शाही शायरी
dil mera paemal karte hain

ग़ज़ल

दिल मिरा पाएमाल करते हैं

मसूद मैकश मुरादाबादी

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दिल मिरा पाएमाल करते हैं
आप भी बस कमाल करते हैं

बात होती है आप की लेकिन
लोग मुझ से सवाल करते हैं

मय-कदे के फ़क़ीर ऐ साक़ी
कब किसी से सवाल करते हैं

दिल का क्या ग़म हमें मोहब्बत में
दिल की वो देख-भाल करते हैं

मुझ को कहते हैं लोग दीवाना
आप नाहक़ ख़याल करते हैं

चोट लगती है दिल पे ऐ हमदम
जब वतन का ख़याल करते हैं

शुक्र कर शुक्र कर कि वो 'मैकश'
तुझ को अपना ख़याल करते हैं