EN اردو
दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है | शाही शायरी
dil-e-nadan tujhe hua kya hai

ग़ज़ल

दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है

मिर्ज़ा ग़ालिब

;

दिल-ए-नादाँ तुझे हुआ क्या है
आख़िर इस दर्द की दवा क्या है

Foolish heart what ails you pray?
Can antidotes this ache allay?

हम हैं मुश्ताक़ और वो बे-ज़ार
या इलाही ये माजरा क्या है

I'm ardent and she turns away
Lord! what is this game you play?

मैं भी मुँह में ज़बान रखता हूँ
काश पूछो कि मुद्दआ' क्या है

I too am capable of speech
Just ask me what I want today

जब कि तुझ बिन नहीं कोई मौजूद
फिर ये हंगामा ऐ ख़ुदा क्या है

when but for you, naught else exists
why then O lord this noisy fray?

ये परी-चेहरा लोग कैसे हैं
ग़म्ज़ा ओ इश्वा ओ अदा क्या है




शिकन-ए-ज़ुल्फ़-ए-अंबरीं क्यूँ है
निगह-ए-चश्म-ए-सुरमा सा क्या है




सब्ज़ा ओ गुल कहाँ से आए हैं
अब्र क्या चीज़ है हवा क्या है




हम को उन से वफ़ा की है उम्मीद
जो नहीं जानते वफ़ा क्या है

From her I hope for constancy
who knows it not, to my dismay

हाँ भला कर तिरा भला होगा
और दरवेश की सदा क्या है

good you do and goodness reap
what else does the dervish say

जान तुम पर निसार करता हूँ
मैं नहीं जानता दुआ क्या है

To you I do bequeath my life
I know not what it is to pray

मैं ने माना कि कुछ नहीं 'ग़ालिब'
मुफ़्त हाथ आए तो बुरा क्या है

Ghalib's worthless I accept
but if comes free then why delay?