बना हुआ है हमारा कसी बहाने से
बिछड़ न जाए कहें दोस्त आज़माने से
गले लगा के मुझे पूछ मसअला क्या है
मैं डर रहा हूँ तुझे हाल-ए-दिल सुनाने से
कोई हुनर कोई क़िस्मत नहीं चली भाई!
बने हैं काम मिरे हाँ में हाँ मिलाने से
ग़ज़ल
बना हुआ है हमारा कसी बहाने से
राना आमिर लियाक़त