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बना हुआ है हमारा कसी बहाने से | शाही शायरी
bana hua hai hamara kasi bahane se

ग़ज़ल

बना हुआ है हमारा कसी बहाने से

राना आमिर लियाक़त

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बना हुआ है हमारा कसी बहाने से
बिछड़ न जाए कहें दोस्त आज़माने से

गले लगा के मुझे पूछ मसअला क्या है
मैं डर रहा हूँ तुझे हाल-ए-दिल सुनाने से

कोई हुनर कोई क़िस्मत नहीं चली भाई!
बने हैं काम मिरे हाँ में हाँ मिलाने से