EN اردو
अब के उस ने कमाल कर डाला | शाही शायरी
ab ke usne kamal kar Dala

ग़ज़ल

अब के उस ने कमाल कर डाला

हैदर क़ुरैशी

;

अब के उस ने कमाल कर डाला
इक ख़ुशी से निढाल कर डाला

चाँद बन कर चमकने वाले ने
मुझ को सूरज-मिसाल कर डाला

पहले ग़म से निहाल करता था
अब ख़ुशी से निहाल कर डाला

इक हक़ीक़त के रूप में आ कर
मुझ को ख़्वाब-ओ-ख़याल कर डाला

दुख-भरे दिल से दुख ही छीन लिए
और जीना वबाल कर डाला

एक ख़ुश-ख़त से शख़्स ने 'हैदर'
हम को भी ख़ुश-ख़याल कर डाला