आँख ने धोका खाया था या साया था
वो खिड़की में आया था या साया था
दरवाज़े के पीछे इक परछाईं थी
उस ने हाथ हिलाया था या साया था
एक लकीर धुएँ की थी या ख़ुशबू की
रंग कोई लहराया था या साया था
अभी जो मेरे पास था शायद अपना था
शायद कोई पराया था या साया था
नींद से जागा हूँ तो बैठा सोचता हूँ
ख़्वाब में उस को पाया था या साया था
ग़ज़ल
आँख ने धोका खाया था या साया था
इनाम नदीम