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आई ईद व दिल में नहीं कुछ हवा-ए-ईद | शाही शायरी
aai id wa dil mein nahin kuchh hawa-e-id

ग़ज़ल

आई ईद व दिल में नहीं कुछ हवा-ए-ईद

शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम

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आई ईद व दिल में नहीं कुछ हवा-ए-ईद
ऐ काश मेरे पास तू आता बजाए ईद

क़ुर्बान सौ तरह से किया तुझ पर आप को
तू भी कभू तो जान न आया बजाए ईद

जितने हैं जामा-ज़ेब जहाँ में सभों के बीच
सजती है तेरे बर में सरापा क़बा-ए-ईद