दूर तक फैला हुआ पानी ही पानी हर तरफ़
अब के बादल ने बहुत की मेहरबानी हर तरफ़
शबाब ललित
ऐसी प्यास और ऐसा सब्र
दरिया पानी पानी है
विकास शर्मा राज़
16 शेर
दूर तक फैला हुआ पानी ही पानी हर तरफ़
अब के बादल ने बहुत की मेहरबानी हर तरफ़
शबाब ललित
ऐसी प्यास और ऐसा सब्र
दरिया पानी पानी है
विकास शर्मा राज़