मुझे क्या देख कर तू तक रहा है
तिरे हाथों कलेजा पक रहा है
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
मुझे तावीज़ लिख दो ख़ून-ए-आहू से कि ऐ स्यानो
तग़ाफ़ुल टोटका है और जादू है नज़र उस की
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
मुझे तावीज़ लिख दो ख़ून-ए-आहू से कि ऐ स्यानो
तग़ाफ़ुल टोटका है और जादू है नज़र उस की
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
मुल्क-ए-अदम से दहर के मातम-कदे के बीच
आया न कौन कौन कि रोना न रो गया
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
न कुछ सितम से तिरे आह आह करता हूँ
मैं अपने दिल की मदद गाह गाह करता हूँ
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
न कुछ सितम से तिरे आह आह करता हूँ
मैं अपने दिल की मदद गाह गाह करता हूँ
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम
न मैं ने कुछ कहा तुझ से न तू ने मुझ से कुछ पूछा
यूँही दिन रात मिलते मुझ को तुझ को मेरी जाँ गुज़रा
शैख़ ज़हूरूद्दीन हातिम