सुनाइए वो लतीफ़ा हर एक जाम के साथ
कि एक बूँद से ईमान टूट जाता है
मुज़फ़्फ़र हनफ़ी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
सुनता हूँ कि तुझ को भी ज़माने से गिला है
मुझ को भी ये दुनिया नहीं रास आई इधर आ
मुज़फ़्फ़र हनफ़ी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
उस ने मुझ को याद फ़रमाया यक़ीनन
जिस्म में आया हुआ है ज़लज़ला सा
मुज़फ़्फ़र हनफ़ी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |
यूँ पलक पर जगमगाना दो घड़ी का ऐश है
रौशनी बन कर मिरे अंदर ही अंदर फैल जा
मुज़फ़्फ़र हनफ़ी
टैग:
| 2 लाइन शायरी |