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मोहसिन नक़वी शायरी | शाही शायरी

मोहसिन नक़वी शेर

28 शेर

अब तक मिरी यादों से मिटाए नहीं मिटता
भीगी हुई इक शाम का मंज़र तिरी आँखें

मोहसिन नक़वी