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अख्तर शुमार शायरी | शाही शायरी

अख्तर शुमार शेर

11 शेर

तू ने एक उम्र के बाद पूछा है हाल-ए-दिल
वही दर्द-ओ-ग़म वही हसरतें मिरे साथ हैं

अख्तर शुमार




वो मुस्कुरा के कोई बात कर रहा था 'शुमार'
और उस के लफ़्ज़ भी थे चाँदनी में बिखरे हुए

अख्तर शुमार