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अहमद ख़याल शायरी | शाही शायरी

अहमद ख़याल शेर

19 शेर

बस चंद लम्हे पेश-तर वो पाँव धो के पल्टा है
और नूर का सैलाब सा इस आबजू में आ गया

अहमद ख़याल