वो रातों-रात 'सिरी-कृष्ण' को उठाए हुए
बला की क़ैद से 'बसदेव' का निकल जाना
फ़िराक़ गोरखपुरी
टैग:
| श्री कृष्ण |
| 2 लाइन शायरी |
'हसरत' की भी क़ुबूल हो मथुरा में हाज़िरी
सुनते हैं आशिक़ों पे तुम्हारा करम है आज
हसरत मोहानी
टैग:
| श्री कृष्ण |
| 2 लाइन शायरी |
पैग़ाम-ए-हयात-ए-जावेदाँ था
हर नग़्मा-ए-कृष्ण बाँसुरी का
हसरत मोहानी
टैग:
| श्री कृष्ण |
| 2 लाइन शायरी |
पैग़ाम-ए-हयात-ए-जावेदाँ था
हर नग़्मा-ए-कृष्ण बाँसुरी का
हसरत मोहानी
टैग:
| श्री कृष्ण |
| 2 लाइन शायरी |
बृन्दाबन के कृष्ण कन्हैया अल्लाह हू
बंसी राधा गीता गय्या अल्लाह हू
निदा फ़ाज़ली
टैग:
| श्री कृष्ण |
| 2 लाइन शायरी |
दीवार-ओ-दर पे कृष्ण की लीला के नक़्श हैं
मंदिर है ये तो 'कृष्ण' के दरबार की तरह
शोभा कुक्कल