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वकील अख़्तर शायरी | शाही शायरी

वकील अख़्तर शेर

3 शेर

झुक के जो आप से मिलता होगा
उस का क़द आप से ऊँचा होगा

वकील अख़्तर




किसी सूरत कोई सूरत निकालो
मुझे बे-मौत मरने से बचा लो

वकील अख़्तर




उस शख़्स के ग़म का कोई अंदाज़ा लगाए
जिस को कभी रोते हुए देखा न किसी ने

वकील अख़्तर