किताब-ए-इश्क़ में हर आह एक आयत है
पर आँसुओं को हुरूफ़-ए-मुक़त्तिआ'त समझ
उमैर नजमी
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किताब-ए-इश्क़ में हर आह एक आयत है
पर आँसुओं को हुरूफ़-ए-मुक़त्तिआ'त समझ
उमैर नजमी