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उफ़ुक़ लखनवी शायरी | शाही शायरी

उफ़ुक़ लखनवी शेर

1 शेर

साक़ी कुछ आज तुझ को ख़बर है बसंत की
हर सू बहार पेश-ए-नज़र है बसंत की

उफ़ुक़ लखनवी